Menu
blogid : 2387 postid : 260

आँखों की भाषा

kavita
kavita
  • 139 Posts
  • 702 Comments

आँखों की भाषा पढना सीखो
खामोशी को चुपके से सुनना सीखो
शब्द बिना बोले लब से
जुबां की भाषा समझना सीखो

सुनो गुनगुनाती हवा को
सन सन सन सन कहती है क्या
शब्दों की मद्धिम आहट सुनकर
क़दमों को पहचानना सीखो

छूना न ठहरे पानी को
इक इक लम्हा गिर जाएगा
चटक जायेंगी गहराइयां
ग़म का प्याला दरक जाएगा

जुबां तुम न खोलो पिया
आँखों से खोलो जिया
नयनों के अश्कों की
भाषा को समझना सीखो

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply to AnonymousCancel reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh